सतना। मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा करोड़ों रुपए पानी की तरह नहर के नाम पर बहाए जा रहे हैं और बरगी नहर का लॉलीपॉप थमाया जा रहा है।बता दें कि मैहर से लेकर उचेहरा के पहले बनाई गई नहर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है और इस पूरे मामले में प्रशासन के आला अधिकारी अंजान बने हुए हैं या कि फिर अनजान बनने का नाटक कर रहे हैं। मामला कुछ भी हो लेकिन इस पूरे मामले में किसानों को जिस तरह से उम्मीद थी कि कभी बरगी नहर बरगी का पानी नहर में आएगा मगर अब यह उम्मीद दिन-ब-दिन टूटती हुई नजर आ रही है। खास बात यह है कि अब इस नहर को उचेहरा से नागौद तक बनाए जाने का काम फिर से शुरू कर दिया गया है। लेकिन जो नहर पहले बनाई गई है। वह जब खत्म हो गई है तो आगे नहर बनाने का क्या उचित होता है। ऐसे में यह बात स्पष्ट रूप से निकलकर सामने आ रही है कि सरकारी राशि का केवल दुरुपयोग किया जा रहा है और एक तरफ से नहर बनाई जा रही है। तो दूसरी तरफ से नहर क्षतिग्रस्त होती हुई नजर आ रही है।बता दें कि जहां मुख्य नहर क्षतिग्रस्त हो रही है वही शाखा नहर का कुछ अता पता ही नहीं चल रहा है ।
मगर जमीनी हकीकत यह बयां कर रही है कि शाखा नहर बनाई गई थी लेकिन अब वह पूरी तरह से जर्जर होने के साथ ही जंगल झाड़ी में तब्दील होती हुई नजर आ रही है।बता दें कि इस नहर के माध्यम से मैहर से लेकर नागोद, जीत नगर, रमपुरवा, बिहटा, पथरहटा, गलेही टोला, कुसली सहित कई दर्जन गांव के किसानों को बरगी नहर पानी उपलब्ध कराए जाने की बात लगातार की जा रही है।लेकिन अब यहां के किसान बरगी नहर के मामले में शासन से कोई उम्मीद नहीं लगाए बैठे हैं।बता दें कि जहां नहर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो रही है वही अभी पानी आने की दूर-दूर तक उम्मीद है नहीं दिखाई दे रही है ।इनका कहना है सरकारी राशि का जमकर दुरुपयोग हो रहा है।इस पूरे मामले में शासन और प्रशासन की जमकर किरकिरी होती हुई नजर आ रही है।इस पूरे मामले में जिम्मेदारों को तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है।करोड़ों रुपए की लागत से बनाई गई नहर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है।इस पूरे मामले में जिम्मेदारों के द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है।जिसके चलते किसान अबे नहर के माध्यम से पानी की उम्मीद है।नहीं लगाए हुए हैं।चुनाव के समय बरगी नहर का पानी किसानों को दिखाया जाता है।मगर नहर जहां पूरी तरह से क्षतिग्रस्त होती जा रही है।वहीं नई नहर बनाए जाने के नाम पर सरकारी राशि का जमकर दुरुपयोग हो रहा है।
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