जेल अधीक्षक ने जेल में निरुद्ध कैदियों के लिए दिखाया नया सवेरा

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 जेल अधीक्षक के इस कार्य की होने लगी है जन चर्चा।

रिपोर्ट धर्मेन्द्र कुमार दुबे

आपदा में अवसर की तरह कारगर साबित हो रही जेल अधीक्षक की यह खास पद्धति

सोनभद्र। आपको बता दें की प्रदेश सरकार द्वारा जेलों में निरुद्ध कैदियों के मनोदशा में सुधार के लिए जहां योग और ध्यान शिविरों का आयोजन किया जा रहा है वहीं उनके समय का सदुपयोग और रोजगार से भी जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।इसी क्रम में सोनभद्र जिला जेल में ODOP के तहद कालीन निर्माण का कार्य शुरू किया गया है । जेल में निरुद्ध कैदियों को पहले प्रशिक्षित लोगो द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया और अब ये कैदी स्वयं ही कार्पेट के निर्माण में जुट गए है जिनके लिए कच्चा माल जेल प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराया जा रहा है । जेल अधीक्षक सौरभ श्रीवास्तव ने बताया कि मौजूदा समय मे 15 बन्दी कालीन निर्माण के काम मे लगे है और औसतन महीने भर में सौ से ज्यादा कालीनों का निर्माण भी कर रहे है ।जेल अधीक्षक का यह भी मानना है कि इससे न सिर्फ उनके लिए खाली समय का सदुपयोग है बल्कि एक बेहतर रोजगार का अवसर भी है । बताते चलें की इस उम्दा अभियान में संबंधित कैदियों को जेल अधीक्षक की ओर से पूरा सहयोग मिल रहा जिससे उनके जीवन में न केवल सुधार की संभावना अपितु सजा अवधि समाप्त होना या जमानत पर रिहाई के बाद भी उनके लिए इस अवधि का लाभ मिल सके जिसे लेकर कैदियों में भी रुचि पैदा हो रही संबंधित विषय पर हमने जेल अधीक्षक सौरभ श्रीवास्तव से जब जानकारी ली तो बताया की अबतक इसमें 15 कैदियों को प्रशिक्षण दिलाया जा चुका है जो इस कार्य को कर भी रहें।

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