रहमतों व बरकतों का महीना है रमजानुल मुबारक – उस्मान अली

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विजय साहनी की रिपोर्ट

चोपन/सोनभद्र ।नगर के जामा मस्जिद में हाफीज व कारी परवेज साहब क़िब्ला ने शुक्रवार की देर शाम खतमे तरावीह(एक कुरान)मुकम्मल कराई वहीं तरावीह मुकम्मल होने के बाद जामा मस्जिद में सभी मुस्लिम बन्धुओ ने हाफ़िज़ व कारी परवेज साहब क़िब्ला को फूल माला पहनाकर इस्तकबाल किया इस दौरान हजरते अल्लामा मौलाना एख्लाख साहब किब्ला बरकाती बनारसी ने फरमाया कि रमजान उल मुकद्दस का महीना बड़ा बरकत वाला महीना होता है। इसमें हम सब जितनी इबादत करें उतनी कम है। इस पाक महीने में कुरान की तिलावत ज्यादा से ज्यादा करें और अल्लाह हमें कुरान सुनाने की और सुनने की तौफीक अता फरमाए। वहीं हाफीज व कारी परवेज साहब क़िब्ला ने बयान करते हुए फरमाया कि इस खास महीने मे मुसलमान अल्लाह के बंदे ज्यादा से ज्यादा रोजे रखे और इस वक्त हमारा अल्लाह तआला सख्त इम्तिहान ले रहा है। जो भी मुसलमान बंदा इतनी शिद्दत से गर्मी में रोजे रखता है अल्लाह तआला उसकी हर जायज मुरादें पूरी कर देता है और उसके गुनाह माफ कर दिए जाते हैं। इसलिए हम मुसलमानों को चाहिए कि रमजान मुकद्दस के महीने में ज्यादा से ज्यादा रोजे रखें और कुरान की तिलावत ज्यादा से ज्यादा करें। वहीं इस खास मौके पर चेयरमैन प्रतिनिधि उस्मान अली ने कहा कि रमजानुल मुकद्दस का पाक महीना रहमतों व बरकतो वाला महीना होता है।इस महीने में अल्लाह रब्बुल इज्जत रोजेदारों के ऊपर बेशुमार रहमते नाजिल फरमाता है। तत्पश्चात चेयरमैन प्रतिनिधि उस्मान अली व डालिम्स सनबीम स्कूल के चेयरमैन साकिब खान ने पूरे आवाम की तरफ से परवेज साहब क़िब्ला को फूल माला पहनाकर अंग वस्त्र व नजराना दिया। वहीं अन्त में सभी मुस्लिम बन्धुओं ने रो- रोकर अल्लाह की बारगाह में मुल्क की सलामती व अमन चैन की दुआए मांगी। इस मौके पर जामा मस्जिद के सदर हाजी सरफराज अहमद,हाजी मुख्तार अहमद, अंजुमन कमेटी के सेक्रेटरी महफूज़ आरिफ, रियाज अहमद,ईदू भाई सर्राफ,डां जावेद अख्तर,मोजिब आलम,राजू खान,अत्तहर कुरैशी,सलीम कुरैशी, रिजवान अहमद,अनवर कुरैशी,नसरे आलम,सेराज अंसारी, अनीस अहमद,इस्तियाक अहमद,सहित सैंकड़ों की संख्या में मुस्लिम बन्धु मौजूद रहे।वहीं इस खास प्रोग्राम का संचालन जामा मस्जिद के पेश इमाम सद्दाम हुसैन कादरी ने किया।

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