संवाददाता मुकेश कुमार राजस्थान
खैरथल-तिजारा, 22 मई। ‘अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष-2025’ के उपलक्ष्य में आज राजस्थान राज्य सहकार संघ के तत्वावधान में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में खैरथल क्षेत्र के प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति (PACS/पैक्स) संचालक मंडल के सदस्य एवं विभिन्न सहकारी संस्थाओं के अधिकारी उपस्थित रहे।
कार्यशाला का शुभारंभ राजस्थान राज्य सहकार संघ के प्रबंध निदेशक एवं वरिष्ठ स्केल के अतिरिक्त रजिस्ट्रार इन्दर सिंह गुर्जर द्वारा किया गया। उन्होंने अपने संबोधन में सहकारिता आंदोलन की ऐतिहासिक भूमिका और वर्तमान समय में इसकी प्रासंगिकता पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि “पैक्स को अब केवल पारंपरिक ऋण वितरण तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि उन्हें बहुउद्देश्यीय सेवाएं प्रदान कर नवाचार की दिशा में अग्रसर होना चाहिए।”
इस अवसर पर उप रजिस्ट्रार, सहकारी समितियां खैरथल वेद प्रकाश सैनी, दी अलवर सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड के अधिशाषी अधिकारी प्रवीण कल्ला, उपभोक्ता होलसेल भंडार के महाप्रबंधक प्रकाश नारायण झा, खैरथल क्रय-विक्रय सहकारी समिति की मुख्य कार्यकारी अधिकारी संगीता यादव और राज्य सहकार संघ के प्रतिनिधि वक्ता शिवराज शर्मा ने भी कार्यशाला को संबोधित किया।
कार्यशाला का मुख्य विषय “सहकार से समृद्धि” रहा, जिसमें वक्ताओं ने पैक्स की कार्यप्रणाली में बदलाव, तकनीकी सशक्तिकरण, डिजिटल भुगतान प्रणाली, उपभोक्ता सेवाओं के विस्तार, ई-मार्केटिंग, भंडारण और लॉजिस्टिक सुधार जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डाला। साथ ही यह भी बताया गया कि कैसे सहकारी समितियाँ ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ बन सकती हैं और स्थानीय स्तर पर आत्मनिर्भरता को बढ़ावा दे सकती हैं।
कार्यशाला में भाग ले रहे संचालक मंडल सदस्यों को नवाचारों को अपनाकर पैक्स को कृषि उत्पादों की खरीद, उपभोक्ता वस्तुओं की आपूर्ति, बीमा, कृषि यंत्र किराये पर देना जैसी सेवाओं के लिए तैयार किया जा रहा है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हो सके और वे ग्रामीण विकास में सक्रिय भूमिका निभा सकें।
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