सोनभद्र।जब से वक्फ बोर्ड बना है यानी कि 1954 से जब से वक्फ ऐक्ट बना है तब से यानी कि 1954 से लेकर 2025 तक बरबाद किया गया है अगर बरबाद या लुटे नहीं गए हैं तो वक्फ बोर्ड से एक महीने के अंदर रिपोर्ट मंगाई जाए कि वक्फ बोर्ड में राजिस्टर्ड अवकाफ कितनी है या कितना टेक्स आता है जब ये बात उठती है तो वक्फ देख रेख करने वालो के पेट में दर्द होता है वक्फ की जमीन किसी की जाति माल नहीं होती है जो भी उसे मुतवल्ली या देख रेख करते है उनका काम सिर्फ हिफाजत करना है लेकिन जब वक्फ की जमीन जो भी वक्फ है वो भारत सरकार की होती है, मानवता की होती है या जिस काम के लिए वक्फ की गई है उसके लिए होती है आज मेरी भारत सरकार से गुजारिश है कि वक्फ संशोधन बिल जल्दी से जल्दी लाया जाए या जिन लोगों ने वक्फ की जमीन खाया है उनके खिलाफ जल्दी से जल्दी एफ आई आर कर के उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाए ताकि ये सरकार की संपत्ति, कौम वा मिल्लत की संपत्ति, फिर से मिल्लते इंसानियत को बढ़ा सके जो मोतवल्ली एक साल के बाद आडीट का हिसाब नहीं देते हैं या वो टेक्स नहीं जमा करते हैं तो उनके खिलाफ एफ आई आर किया जाए इसी एफ आई आर की वजह से बहुत से मोतवल्ली हाय तोबा मचाये हुए है कि वक्फ बिल पास नहीं हो अगर तुम्हारे साथ कोई घटना हो जाती है तो सक्त से सक्त सजा दिलाना चाहते हो और कोई पुरे हिंदूस्तान की संपत्ति लूट कर चला जाए, पहले महमूद गजनबी लूट कर चला गया दूसरे बादसा लुट कर चले गए तो जो भी भारत की संपत्ति लूटेगा या बरबाद करेगा तो उसके खिलाफ एफ आई आर भी होगी और उससे रिकवरी भी किया जाएगा ये भारत की संपत्ति है
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