खनन क्षेत्र बिल्ली मारकुण्डी बना मौत का कुआ

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सोनभद्र।ओबरा तहशील क्षेत्र अंतर्गत खनन क्षेत्र बिल्ली मारकुण्डी खनन क्षेत्र में नियमों को ताक पर रखकर खनन करना कोई नई बात नहीं है लेकिन जान जोखिम में डालकर खनन करना कानून अपराध है और अपराध की श्रेणी में आने के बावजूद खनन माफिया गरीब मजदूर को दो पैसे की लालच देकर खतरनाक काम कराने से बाज नहीं आ रहे है। बात की जाए संबंधित खदानों की तो जहां काम करने वाले मजदूर की आमदनी 15 से 20000 महीने की होगी तो वहीं लीज धारक की महीने की कमाई का अंदाजा भी लखनऊ में बैठे सरकारी नुमाइंदे भी नहीं लगा सकते।

बिल्ली खनन क्षेत्र में 24 घंटा खनन की बात पर खनन अधिकारी दो टूक जवाब देते है कि खनन 24सो घण्टा हो सकता है। जानकर बताते है कि खनन अधिकारी झूठ बोल रहे है बिना प्रयाप्त रोशनी के आप खनन क्षेत्र में भी नहीं जा सकते। खनन अधिकारी ठहरे खनन अधिकारी नियम तो ज्यादा उनको ही पता होगा।

बाइट- खनन अधिकारी

खनन क्षेत्र में तमाम नियम को दरकिनार करने वालों पर पैनी नज़र रखने वाले अभिषेक अग्रहरी का कहना है कि नियम बनता ज़रूर है लेकिन अधिकारी नियमों की धज्जियां उड़ा देते है। लाख पत्राचार करने और नियम कानून देने के बावजूद खनन विभाग सीधे से अवैध खनन और मजदूरों की सेफ्टी की बात सिरे से नकार दे रहा और क्षेत्र वासियों को प्रदूषण की जो मार झेलनी पर रही वो अलग

बाइट- अभिषेक अग्रहरी

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