ऑपरेशन शील्ड के तहत एसआरएफ औद्योगिक इकाई में हवाई हमले पर सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल का हुआ सफल आयोजन

जिला कलक्टर और पुलिस अधीक्षक ने विभागों का त्वरित प्रदर्शन परखा, आवश्यक निर्देश दिए
7:50 पर औद्योगिक इकाई में किया गया ब्लैकआउट
संवाददाता मुकेस कुमार राजस्थान


सायरन की आवाज एवं कंट्रोल रूम में सूचना मिलने के साथ ही पुलिस, प्रशासन की गाड़ियां, एम्बूलेंस व फायर ब्रिगेड घटना स्थल की तरफ दौड़ पड़े। सायरनों की आवाज सुनकर हर कोई बचाव की मुद्रा में आ गया एवं हवाई हमले के बाद घायलों एवं प्रभावितों को बचाने के लिए जिला प्रशासन के सभी संबंधित विभाग सक्रिय हो गये।

प्रशासनिक अधिकारियों ने संभाली कमान
हवाई हमले की सूचना मिलते ही जिला कलक्टर किशोर कुमार, जिला पुलिस अधीक्षक ज्येष्ठा मैत्रेयी ने मौके पर पहुॅचकर बचाव एवं राहत कार्यों का जायजा लेकर टीम की सक्रियता को परखा। पुलिस टीम ने मोर्चा संभालकर परिस्थिति को नियंत्रण में लिया। एएसपी के नेतृत्व में पुलिस जाप्ता द्वारा आसपास जमा भीड को हटाते हुये संभावित हमले से बचाव के लिये एसओपी की पालना के निर्देश दिये गए। अतिरिक्त जिला कलेक्टर शिवपाल जाट, अतिरिक्त जिला कलेक्टर सुमित्रा मिश्र, आयुक्त नगर परिषद ने बचाव राहत कार्यों की टीम के साथ समन्वय का कार्य किया।
अस्पताल पहुंचने पर, घायलों को तुरंत सुरक्षित क्षेत्र में ले जाया गया, जहां डॉक्टरों और नर्सों की टीम ने उनकी प्राथमिक जांच की और उन्हें उनकी चोटों की गंभीरता के अनुसार विभिन्न वार्डों में भेजा गया। इस दौरान सीएमएचओ अरविंद गेट के नेतृत्व में अस्पताल के आपातकालीन वार्ड में तेजी और समन्वय देखा गया। डॉक्टरों ने मॉकड्रिल में घायल हुए लोगों को तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान की। मॉल ड्रिल के दौरान लगभग 170 कर्मचारियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया तथा 25 घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। अस्पताल में घायलों के लिए ब्लड की उचित व्यवस्था की गई।
मॉक ड्रिल के अंत में जिला कलक्टर ने कहा कि यह मॉकड्रिल आपदा प्रबंधन की तैयारियों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। उन्होंने अस्पताल प्रशासन और सभी संबंधित विभागों के समन्वय और तत्परता की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस तरह की मॉकड्रिल से किसी भी आपात स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटने की हमारी क्षमता बढ़ती है। उन्होंने कहा कि यह दूसरी मॉक ड्रिल है तथा भविष्य में भी इस तरह की मॉक ड्रिल आयोजित की जाती रहेंगी ताकि आपात स्थिति के लिए जिला प्रशासन तैयार रहे।
जिला पुलिस अधीक्षक ज्यैष्ठा मैत्रेयी ने बताया कि इस मॉक ड्रिल से उन्हें अपनी आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली को त्वरित बनाने में मदद मिलेगी। यह मॉक ड्रिल नगर परिषद और जिला प्रशासन के आपदा प्रबंधन की तैयारियों को दर्शाती है और यह संदेश देती है कि किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए सभी विभाग पूरी तरह से सतर्क और तैयार हैं। हर मॉक ड्रिल हमारी टीम को आदर्श समय सीमा तक पहुंचने में सहायक है आगामी समय में भी इस प्रकार से मॉक ड्रिल कराई जाती रहेगी, ताकि आपात स्थिति से तत्परता से निपटा जा सके।
मॉक ड्रिल के दौरान अतिरिक्त जिला कलेक्टर शिवपाल जाट, अतिरिक्त जिला कलेक्टर सुमित्रा मिश्र, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अतुल साहू, डीएसपी सहित विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे ।
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