केंद्रीय पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री के निर्देशानुसार “स्वच्छ भिवाड़ी, हरित भिवाड़ी” उद्देश्य को पूरा करने हेतु बीड़ा सीईओ ने ली अहम बैठक

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जनप्रतिनिधियों व आमजन से मांगे सुझाव, जनभागीदारी से शहर को बनाएंगे स्वच्छ व हरित

स्वच्छता को जनआंदोलन बनाने की दिशा में केंद्रीय पर्यावरण मंत्री की पहल

स्वच्छता के लिए सोच में बदलाव जरूरी

संवाददाता मुकेश कुमार राजस्थान

खैरथल-तिजारा 21 मई। केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव के निर्देश पर “स्वच्छ भिवाड़ी, हरित भिवाड़ी” अभियान को सशक्त रूप देने के उद्देश्य से बुधवार को बीड़ा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अतुल प्रकाश की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई।

केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने अपने वक्तव्य में कई बार स्पष्ट किया कि शहर को स्वच्छ रखना किसी एक की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है। उन्होंने हमेशा इस बात पर बल दिया कि भिवाड़ी जैसे औद्योगिक नगर को हरित और स्वच्छ बनाने के लिए सभी वर्गों की भागीदारी अनिवार्य है और यह तभी संभव होगा जब स्वच्छता को एक जनआंदोलन का स्वरूप दिया जाएगा।

बैठक में भिवाड़ी को एक स्वच्छ, सुंदर और पर्यावरणीय दृष्टि से समृद्ध शहर के रूप में विकसित करने हेतु जनभागीदारी को केंद्र में रखते हुए सभी के सुझाव आमंत्रित किए गए कि स्वच्छता व्यवस्था में किस प्रकार के सुधार लाए जा सकते हैं और आमजन को कैसे जोड़कर स्थायी परिवर्तन सुनिश्चित किया जा सकता है।

बैठक के दौरान मुख्य कार्यकारी अधिकारी अतुल प्रकाश ने सभी उपस्थितजनों से स्वच्छता व्यवस्था में सुधार को लेकर विस्तृत सुझाव प्राप्त किए और उस पर विस्तार से चर्चा की गई। प्रमुख सुझावों में औद्योगिक क्षेत्रों में नियमित सफाई, प्लास्टिक उपयोग में कमी, घर-घर कचरा पृथक्करण के लिए जागरूकता, अधिक वृक्षारोपण, मोहल्लों में सफाई मित्रों की नियुक्ति और स्कूलों में पर्यावरण शिक्षा जैसे मुद्दे शामिल रहे।

बैठक में निर्णय लिया गया कि भारत विकास परिषद की ओर से 10,000 थैले वितरित किए जाएंगे ताकि प्लास्टिक बैग के उपयोग को रोका जा सके। भिवाड़ी में एक बर्तन बैंक स्थापित किया जाएगा, जिससे थर्माकोल और प्लास्टिक के विकल्प को बढ़ावा मिलेगा। मानसा चौक पर एक बड़ा डिजिटल डिस्प्ले लगाया जाएगा जिससे स्वच्छता गतिविधियों की निगरानी हो सकेगी। साथ ही, एक स्वच्छता कंट्रोल रूम की स्थापना की जाएगी जो चौबीसों घंटे शिकायतों और समस्याओं के समाधान में सहायता करेगा।

बैठक के दौरान यह निर्णय भी लिया गया कि सभी दुकानदारों को अपनी दुकानों के बाहर डस्टबिन रखेंगे और पॉलिथिन के न्यूनतम उपयोग हेतु जनजागरूकता अभियान चलाया जाएगा। खुले में गंदगी फैलाने वालों की पहचान के लिए “नेम एंड शेम” अभियान शुरू किया जाएगा। साथ ही, समाज में “नो पॉली बैग ड्राइव” और कचरे से पेपर बैग निर्माण को भी प्रोत्साहित किया जाएगा। नगर परिषद द्वारा स्कूलों में थैले वितरित करने, डिसेंट्रलाइज्ड डंपिंग यार्ड की स्थापना की जाएगी, जिससे कचरे का स्थानीय स्तर पर निपटान हो सके, पार्कों की दीवारों पर स्वच्छता संबंधी नारे लिखवाने, और नगर फाउंडेशन की ओर से पुराने कपड़ों से बने थैले वितरित करने की योजना भी बनाई गई है।

इसके अतिरिक्त, हर 15 दुकानों पर एक प्रभारी नियुक्त किया जाएगा, जिनका एक व्हाट्सएप समूह बनाया जाएगा और वे निगरानी का कार्य करेंगे। आशियाना निर्माण संस्था द्वारा “रिड्यूस, रियूज़, रीसायकल (3R)” सिद्धांत पर कार्य किया जा रहा है, जिसे व्यापक स्तर पर लागू किया जाएगा।

पुलिस अधीक्षक ज्येष्ठा मैत्रेयी ने सभी नागरिकों से अपील करती है कि वे स्वच्छता के इस जन आंदोलन में बढ़-चढ़कर भाग लें और एक स्वच्छ, सुंदर एवं पर्यावरणीय दृष्टि से सुरक्षित भिवाड़ी के निर्माण में सहयोग करें।

इस दौरान पुलिस अधीक्षक भिवाड़ी ज्येष्ठा मैत्रेयी, अतिरिक्त जिला कलेक्टर भिवाड़ी सुमित्रा मिश्र, अतिरिक्त निजी सचिव आयुष सरन, नगर परिषद आयुक्त मुकेश कुमार सहित स्थानीय जनप्रतिनिधियों, औद्योगिक संघों, सामाजिक संगठनों, नगर परिषद भिवाड़ी, बीड़ा अधिकारियों और आम नागरिकों की सक्रिय भागीदारी रही।

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