सोनभद्र।जिले की ओबरा बिल्ली मारकुण्डी क्षेत्र में खनन की गतिविधियों में अवैध खनन की वजह से राजस्व विभाग को भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है और निरंतर अवैध खनन जारी है। प्रशासन की आंख मिचौली से उनकी संलिप्तता की बात कहीं जा रही है।
जानकारी के अनुसार श्री महादेव इंटरप्राइजेज के द्वारा खनन के निर्धारित क्षेत्रफल से अधिक खनन किया जा रहा है।
खनन के लिए निर्धारित क्षेत्रफल 4.900 हेक्टेयर है, लेकिन खनन की गतिविधियाँ इससे कहीं अधिक क्षेत्र में फैली हुई हैं। खनन की यह गतिविधि 21 सितंबर 2022 से शुरू हुई थी, और तब से अब तक इसमें कोई रोक नहीं लगाई गई है।
इस अवैध खनन के चलते राजस्व विभाग को करोड़ों रुपये का नुकसान हो रहा है। विभाग की मिलीभगत से हो रहे इस अवैध खनन पर रोक लगाने में प्रशासन नाकाम साबित हो रहा है।
आसपास के क्षेत्रों में रह रहे लोगों ने कई बार शिकायतें की हैं, लेकिन अब तक किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है। खनन विभाग के अधिकारी और स्थानीय प्रशासन इस मामले में पूरी तरह से चुप्पी साधे हुए हैं।
खासतौर पर आराजी संख्या 7347, 7536 और 7364 में यह अवैध खनन जोरों पर है। क्षेत्र के निवासियों का कहना है कि खनन की यह गतिविधि न सिर्फ पर्यावरण को नुकसान पहुँचा रही है, बल्कि स्थानीय जल स्रोतों को भी प्रदूषित कर रही है।
क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों से भी इस मामले में दखल देने की मांग की जा रही है, लेकिन अब तक किसी ने इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। प्रशासन की निष्क्रियता से अवैध खनन करने वालों के हौसले बुलंद हैं।
इस गंभीर समस्या के समाधान के लिए स्थानीय लोगों ने उच्च अधिकारियों से हस्तक्षेप की मांग की है, ताकि अवैध खनन पर तुरंत रोक लगाई जा सके और राजस्व विभाग को हो रहे नुकसान को कम किया जा सके।
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